यहाँ गरीब को मरने की इसलिए भी जल्दी है ग़ालिब

यहाँ गरीब को मरने की इसलिए भी जल्दी है ग़ालिब

यहाँ गरीब को मरने की इसलिए भी जल्दी है ग़ालिब,
कहीं जिन्दगी की कशमकश में कफ़न महँगा ना हो जाए।


Yahaan gareeb ko marane kee isalie bhee jaldee hai gaalib,
Kaheen jindagee kee kashamakash mein kafan mahanga na ho jae.