यह माना किसी काबिल नहीं हूँ इन निगाहों में

यह माना किसी काबिल नहीं हूँ इन निगाहों में

यह माना किसी काबिल नहीं हूँ इन निगाहों में
बुरा क्या है अगर इस दिल की वीरानी मुझे दे दो !!


Yah mana kisi qaabil nahin hun in nigaahon mein
Bura kya hai agar is dil ki veerani mujhe de do