मैं ख़ामोशी तेरे मन की, तू अनकहा अलफ़ाज़ मेरा Pradeep / Jan 31, 2022 मैं ख़ामोशी तेरे मन की, तू अनकहा अलफ़ाज़ मेरा मैं ख़ामोशी तेरे मन की, तू अनकहा अलफ़ाज़ मेरा, मैं एक उलझा लम्हा, तू रूठा हुआ हालात मेरा। Main khaamoshee tere man kee, too anakaha alafaaz mera, Main ek ulajha lamha, too rootha hua haalaat mera. Shayari Haalaat Shayari Hindi Shayari Khamosh Shayari Khamoshi Shayari Man Shayari