मैं किसी की दस्त-ए-तलब में हूँ Admin / Nov 02, 2021 मैं किसी की दस्त-ए-तलब में हूँ मैं किसी की दस्त-ए-तलब में हूँ, तो किसी की हर्फ़-ए-दुआ में हूँ, मैं नसीब हूँ किसी और का, मुझे मांगता कोई और है। Main Kisi Ke Dast-E-Talab Mein Hoon, Toh Kisi Ke Harf-E-Duwa Mein Hoon, Main Naseeb Hoon Kisi Aur Ka, Mujhe Maangata Koyi Aur Hai. Shayari Sad Shayari Talab Shayari