मैं कतरा कतरा फ़ना हुई Rajnish / Jan 31, 2022 मैं कतरा कतरा फ़ना हुई मैं कतरा-कतरा फ़ना हुई मैं ज़र्रा-ज़र्रा बिखर गई ऐ ज़िंदगी तुझसे मिलते-मिलते मैं अपने आप से बिछड़ गई Main katara-katara fana huee Main zarra-zarra bikhar gaee Ai zindagee tujhase milate-milate Main apane aap se bichhad gaee Shayari 2 Line Shayari Aap Shayari Apne Shayari Bikhar Shayari Katra Shayari