मुद्दा यह कभी न था कि दूरियाँ किस तरह कितनी हैं

मुद्दा यह कभी न था कि दूरियाँ किस तरह कितनी हैं

मुद्दा यह कभी न था कि दूरियाँ किस तरह, कितनी हैं...
मुदा यह रहा की नापने वाली डोर में गिरह कितनी हैं...!!


Mudda yah kabhee na tha ki dooriyaan kis tarah, kitanee hain...
Muda yah raha kee naapane vaalee dor mein girah kitanee hain...!!