मुझे फ़ुरसत ही कहाँ मौसम सुहाना देखूं

मुझे फ़ुरसत ही कहाँ मौसम सुहाना देखूं

मुझे फ़ुरसत ही कहाँ मौसम सुहाना देखूं

मुझे फ़ुरसत ही कहाँ मौसम सुहाना देखूं,
मैं तेरी याद से निकलूं तो ज़माना देखूं।


Mujhe furasat hee kahaan mausam suhaana dekhoon,
Main teree yaad se nikaloon to zamaana dekhoon.