महसूस तो होती है पर मुकम्मल नहीं होती

महसूस तो होती है पर मुकम्मल नहीं होती

महसूस तो होती है पर,मुकम्मल नहीं होती
कुछ हसरतें आँखों में,ठहरी रहती है इंतज़ार बनकर..!!!


Mahasoos to hotee hai par,mukammal nahin hotee
Kuchh hasaraten aankhon mein,thaharee rahatee hai intazaar banakar..!!!