मनुष्य भी गंगा सी निर्मल धार बने,

मनुष्य भी गंगा सी निर्मल धार बने,

मनुष्य भी गंगा सी निर्मल धार बने,
नफरतों का दीवार गिरे और प्यार बढ़े.


Manushy bhee ganga see nirmal dhaar bane,
Napharaton ka deevaar gire aur pyaar badhe.