मत सुनो नाराजगी का सबब मुझसे,

मत सुनो नाराजगी का सबब मुझसे,

मत सुनो नाराजगी का सबब मुझसे,
कैसे-कैसे खेले हैं नसीब ने खेल मुझसे,
अब कैसे छिपाऊं अश्क इन आँखों में,
क्या बताऊँ क्या बिछड़ गया है मुझसे।


Mat Suno Narajagi Ka Sabab Mujhse,
Kaise-Kaise Khele Hain Naseeb Ne Khel Mujhse,
Ab Kaise Chhipaoon Ashq In Aankhon Mein,
Kya Bataoon Kya Bichhad Gaya Hai Mujhse.