मंज़र भी बेनूर था फ़िज़ाएं भी बेरंग थी

मंज़र भी बेनूर था फ़िज़ाएं भी बेरंग थी

मंज़र भी बेनूर था फ़िज़ाएं भी बेरंग थी

मंज़र भी बेनूर था फ़िज़ाएं भी बेरंग थी,
बस तुम याद आये और मौसम सुहाना हो गया...


Manzar bhee benoor tha fizaen bhee berang thee,
Bas tum yaad aaye aur mausam suhaana ho gaya...