मंदिर मस्ज़िद जैसी थी उसकी और मेरी मोहब्बत Admin / Jan 30, 2022 मंदिर मस्ज़िद जैसी थी उसकी और मेरी मोहब्बत मंदिर मस्ज़िद जैसी थी उसकी और मेरी मोहब्बत..!! कितना भी चाहा पर एक ना हो सके......!!! Mandir maszid jaisee thee usakee aur meree mohabbat..!! Kitana bhee chaaha par ek na ho sake......!!! Shayari Chaah Shayari Meri Shayari Sad Shayari Zid Shayari