बीतें हुए लम्हों को सोचकर पछतावा न कर

बीतें हुए लम्हों को सोचकर पछतावा न कर

बीतें हुए लम्हों को सोचकर पछतावा न कर,
उम्मीद और जूनून को जगा और कुछ नया कर !!


Beeten hue lamhon ko sochakar pachhataava na kar,
Ummeed aur joonoon ko jaga aur kuchh naya kar !!