बारी बारी लूट रहे है लगा लगा कर अपना फेरा

बारी बारी लूट रहे है लगा लगा कर अपना फेरा

बारी-बारी लूट रहे है लगा-लगा कर अपना फेरा,
सामूहिक चुप्पी के नीचे पलता है बेशर्म अँधेरा.


Baaree-baaree loot rahe hai laga-laga kar apana phera,
Saamoohik chuppee ke neeche palata hai besharm andhera.