बाग में टहलते हुए एक दिन जब वो बेनकाब हो गए

बाग में टहलते हुए एक दिन जब वो बेनकाब हो गए

बाग में टहलते हुए,..एक दिन जब वो बेनकाब हो गए...!
जितने थे पेड़ बबूल के सब के सब गुलाब हो गए...!!


Baag mein tahalate hue,..ek din jab vo benakaab ho gae...!
Jitane the ped babool ke sab ke sab gulaab ho gae...!!