फिर ना होगा कभी ऐतबार मुझे वादों पे

फिर ना होगा कभी ऐतबार मुझे वादों पे

फिर ना होगा कभी ऐतबार मुझे वादों पे,
यहाँ लोग लफ्ज़ बदल लेते हैं हालात के बहाने


Phir na hoga kabhee aitabaar mujhe vaadon pe,
Yahaan log laphz badal lete hain haalaat ke bahaane