फितरत तो कुछ यूं भी है इंसान की

फितरत तो कुछ यूं भी है इंसान की

फितरत तो कुछ यूं भी है इंसान की...
बारिश खत्म हो जाये तो छतरी बोझ लगती है...!!


Phitarat to kuchh yoon bhee hai insaan kee...
Baarish khatm ho jaaye to chhataree bojh lagatee hai...!!