पोंगल हंसी की बस्ती है

पोंगल हंसी की बस्ती है

पोंगल हंसी की बस्ती है
ये है खुशियों की राजधानी
आज के दिन चलती नहीं गम की मनमानी.


Pongal hansee kee bastee hai
Ye hai khushiyon kee raajadhaanee
Aaj ke din chalatee nahin gam kee manamaanee.