पुराना साल सबसे हो रहा है दूर

पुराना साल सबसे हो रहा है दूर

पुराना साल सबसे हो रहा है दूर
क्या करे यही हैं कुदरत का दस्तूर
बीती यादें सोच कर उदास न हो
करो खुशियों के साथ नए साल को मंज़ूर


Purana Saal Sabse Ho Raha Hai Door
Kya Kare Yahi Hain Kudrat Ka Dastoor
Beeti Yaadein Soch Kar Udaas Na Ho
Karo Khushiyo Ke Saath Naye Saal Ko Manzoor