पांवों के लड़खड़ाने पे तो सबकी है नज़र

पांवों के लड़खड़ाने पे तो सबकी है नज़र

पांवों के लड़खड़ाने पे तो सबकी है नज़र

पांवों के लड़खड़ाने पे तो सबकी है नज़र...
सर पर है कितना बोझ,कोई देखता नहीं...!!


Paanvon ke ladakhadaane pe to sabakee hai nazar...
Sar par hai kitana bojh,koee dekhata nahin...!!