पनाहों में जो आया हो तो उस पर वार क्या करना

पनाहों में जो आया हो तो उस पर वार क्या करना

पनाहों में जो आया हो, तो उस पर वार क्या करना ,
जो दिल हारा हुआ हो उस पे फिर अधिकार क्या करना !
मुहब्बत का मजा तो डूबने की कशमकश में है,
हो ग़र मालूम गहराई तो दरिया पार क्या करना !!


Panaahon mein jo aaya ho, to us par vaar kya karana ,
Jo dil haara hua ho us pe phir adhikaar kya karana !
Muhabbat ka maja to doobane kee kashamakash mein hai,
Ho gar maaloom gaharaee to dariya paar kya karana !!