ना समझ सके कभी जीने का हिसाब किताब

ना समझ सके कभी जीने का हिसाब किताब

ना समझ सके कभी जीने का हिसाब-किताब,
उम्र में जितना जोड़ा उतनी ज़िन्दगी घट गयी.


Na samajh sake kabhee jeene ka hisaab-kitaab,
Umr mein jitana joda utanee zindagee ghat gayee.