नक़ाब क्या छुपाएगा शबाब ए हुस्न को Mohit / Jan 31, 2022 नक़ाब क्या छुपाएगा शबाब ए हुस्न को नक़ाब क्या छुपाएगा शबाब-ए-हुस्न को, निगाह-ए-इश्क तो पत्थर भी चीर देती है.. Naqaab kya chhupaega shabaab-e-husn ko, Nigaah-e-ishk to patthar bhee cheer detee hai.. Shayari Hindi Shayari Patthar Shayari