नए मिज़ाज के शहरों में जी नहीं लगता

नए मिज़ाज के शहरों में जी नहीं लगता

नए मिज़ाज के शहरों में जी नहीं लगता
पुराने वक़्तों का फिर से मैं लखनऊ हो जाऊँ
मुनव्वर राना


Nae mizaaj ke shaharon mein jee nahin lagata
Puraane vaqton ka phir se main lakhanoo ho jaoon
Munavvar raana