न जाने किसने पढ़ी है मेरे हक़ में दुआ

न जाने किसने पढ़ी है मेरे हक़ में दुआ

“न जाने किसने पढ़ी है मेरे हक़ में दुआ,
आज तबियत में जरा आराम सा है!”


“na jaane kisane padhee hai mere haq mein dua,
Aaj tabiyat mein jara aaraam sa hai!”