दूसरे के महल में गुलामी करने से बे‍हतर है

दूसरे के महल में गुलामी करने से बे‍हतर है

दूसरे के महल में गुलामी करने से बे‍हतर है....
कि इंसान अपनी झोपड़ी में हुकूमत करे...!!


Doosare ke mahal mein gulaamee karane se be‍hatar hai....
Ki insaan apanee jhopadee mein hukoomat kare...!!