दुनिया तो यूँ भी बदनाम करती है हर इंसा को ए दोस्त

दुनिया तो यूँ भी बदनाम करती है हर इंसा को ए दोस्त

दुनिया तो यूँ भी बदनाम करती है हर इंसा को ए दोस्त
तुम ध्यान दो बस अपनी मंज़िल की तरफ, तुमको अपना मुकाम हासिल करना है !!


Duniya to yoon bhee badanaam karatee hai har insa ko e dost
Tum dhyaan do bas apanee manzil kee taraph, tumako apana mukaam haasil karana hai !!