दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की उल्फ़त

दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की उल्फ़त

दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की उल्फ़त,
मेरी मिट्टी से भी ख़ुश्बू-ए-वफ़ा आएगी..


Dil se niklegi na mar kar bhi Watan ki ulfat,
Meri mittee se bhee khushboo-e-vafa aaegee..