दिल के किसी कोने में पड़े होंगे अब भी

दिल के किसी कोने में पड़े होंगे अब भी

दिल के किसी कोने में पड़े होंगे अब भी
एक खुला आकाश पतंगें डोर बहुत
- ज़ेब ग़ौरी


Dil ke kisee kone mein pade honge ab bhee,
Ek khula aakaash patangen dor bahut !!
~ Zeb Gauree ~