तेरे बगैर इस मौसम में वो मज़ा कहाँ

तेरे बगैर इस मौसम में वो मज़ा कहाँ

तेरे बगैर इस मौसम में वो मज़ा कहाँ,
कांटो की तरह चुभती है ये सर्द रातें.


Tere bagair is mausam mein vo maza kahaan,
Kaanto kee tarah chubhatee hai ye sard raaten.