तेरे खामोश होठों पर मुहोब्बत गुन्गुनाती है Neha / Jan 31, 2022 तेरे खामोश होठों पर मुहोब्बत गुन्गुनाती है तेरे खामोश होठों पर मुहोब्बत गुन्गुनाती है, तु मेरि है मैं तेरा हु बस यही आवाज़ आती है। Tere khaamosh hothon par muhobbat gungunaatee hai, Tu meri hai main tera hu bas yahee aavaaz aatee hai. Shayari Hindi Shayari Khamosh Shayari