तेरी संजीदगी के सहारे गमों को ढाँप लेती हूँ

तेरी संजीदगी के सहारे गमों को ढाँप लेती हूँ

तेरी संजीदगी के सहारे गमों को ढाँप लेती हूँ

तेरी संजीदगी के सहारे गमों को ढाँप लेती हूँ
जमीं पर पाँव रखती हूँ आसमाँ नाप लेती हूँ


Teree sanjeedagee ke sahaare gamon ko dhaanp letee hoon
Jameen par paanv rakhatee hoon aasamaan naap letee hoon