तुझसे नराज़ नहीं ज़िन्दगी बस खुद से खफा हैं

तुझसे नराज़ नहीं ज़िन्दगी बस खुद से खफा हैं

तुझसे नराज़ नहीं ज़िन्दगी बस खुद से खफा हैं

तुझसे नराज़ नहीं ज़िन्दगी, बस खुद से खफा हैं,
जी रहे हैं बिन तमन्ना, शायद ये ही दर्द ए दिल की दवा हैं !!


Tujhase naraaz nahin zindagee, bas khud se khapha hain,
Jee rahe hain bin tamanna, shaayad ye hee dard e dil kee dava hain !!