तारीफ किसी की करने के लिए जिगर चाहिये

तारीफ किसी की करने के लिए जिगर चाहिये

तारीफ किसी की करने के लिए जिगर चाहिये

तारीफ किसी की करने के लिए जिगर चाहिये,

बुराई तो बिना हुनर के किसी की भी कर सकते हैं...


Taareeph kisee kee karane ke lie jigar chaahiye,

Buraee to bina hunar ke kisee kee bhee kar sakate hain...