तलब मौत की करना गुनाह है ज़माने में यारों

तलब मौत की करना गुनाह है ज़माने में यारों

तलब मौत की करना गुनाह है ज़माने में यारों,
मरने का शौक है तो मुहब्बत क्यों नहीं करते…


Talab maut kee karana gunaah hai zamaane mein yaaron,
Marane ka shauk hai to muhabbat kyon nahin karate…