तज़ुर्बा है मेरा मिट्टी की पकड़ मजबुत होती है Pradeep / Jan 31, 2022 तज़ुर्बा है मेरा मिट्टी की पकड़ मजबुत होती है तज़ुर्बा है मेरा मिट्टी की पकड़ मजबुत होती है, संगमरमर पर तो हमने पाँव फिसलते देखे हैं। Tazurba hai mera mittee kee pakad majabut hotee hai, Sangamaramar par to hamane paanv phisalate dekhe hain. Shayari Ham Shayari Hindi Shayari Man Shayari Mar Shayari Mitti Shayari