टूटती हैं बिखरती हैं फिर संभल जाती हैं

टूटती हैं बिखरती हैं फिर संभल जाती हैं

टूटती हैं ,बिखरती हैं , फिर संभल जाती हैं...
वो "माँ "होती हैं , जो हर हाल में , मुस्कुराती हैं...!!


Tootatee hain ,bikharatee hain , phir sambhal jaatee hain...
Vo "maan "hotee hain , jo har haal mein , muskuraatee hain...!!