जो शख्श जितना खामोश रहता है

जो शख्श जितना खामोश रहता है

जो शख्श जितना खामोश रहता है.....
उसकी ईज़्ज़त उतनी ही महफूज़ रहती है.....


Jo shakhsh jitana khaamosh rahata hai.....
Usakee eezzat utanee hee mahaphooz rahatee hai.....