ज़िंदगी क्या करेगी हिसाब ऐ तलब हमसे

ज़िंदगी क्या करेगी हिसाब ऐ तलब हमसे

ज़िंदगी क्या करेगी हिसाब-ऐ-तलब हमसे...
उसे भी मालूम है कि लाज़बाब हैं हम...!!


Zindagee kya karegee hisaab-ai-talab hamase...
Use bhee maaloom hai ki laazabaab hain ham...!!