ज़रुरत भर का तो खुदा सबको देता है

ज़रुरत भर का तो खुदा सबको देता है

ज़रुरत भर का तो खुदा, सबको देता है;
परेशां है लोग इस वास्ते कि, बेपनाह मिले!


Zarurat bhar ka to khuda, sabako deta hai;
Pareshaan hai log is vaaste ki, bepanaah mile!