जहाँ पर गीत-गजलें साथ में सब को सुनाई दे, Admin / Jan 31, 2022 जहाँ पर गीत-गजलें साथ में सब को सुनाई दे, जहाँ पर गीत-गजलें साथ में सब को सुनाई दे, इलाहाबाद मजहब से परे मुझको दिखाई दे. Jahaan par geet-gajalen saath mein sab ko sunaee de, Ilaahaabaad majahab se pare mujhako dikhaee de. Shayari Allahabad Shayari Saath Shayari