जरा संभलकर रहो ये इम्तहानों का दौर है,

जरा संभलकर रहो ये इम्तहानों का दौर है,

जरा संभलकर रहो ये इम्तहानों का दौर है,
लौट आयेगी खुशियाँ अभी कुछ गमों का शोर है.


Jara sambhalakar raho ye imtahaanon ka daur hai,
Laut aayegee khushiyaan abhee kuchh gamon ka shor hai !!