जज़्बात कहते हैं खामोशी से बसर हो जाए

जज़्बात कहते हैं खामोशी से बसर हो जाए

जज़्बात कहते हैं खामोशी से बसर हो जाए

जज़्बात कहते हैं.. खामोशी से बसर हो जाए..
दर्द की ज़िद है.. की दुनिया को खबर हो जाए..!


Jazbaat kahate hain.. khaamoshee se basar ho jae..
Dard kee zid hai.. kee duniya ko khabar ho jae..!