जख्म तो आज भी ताजा है बस वो निशान चला गया

जख्म तो आज भी ताजा है बस वो निशान चला गया

जख्म तो आज भी ताजा है बस वो निशान चला गया,
मोहब्बत तो आज भी बेपनाह है बस वो इंसान चला गया..


Jakhm to aaj bhee taaja hai bas vo nishaan chala gaya,
Mohabbat to aaj bhee bepanaah hai bas vo insaan chala gaya..