छूती है जब सर्द हवाएं मेरे तन मन को

छूती है जब सर्द हवाएं मेरे तन मन को

छूती है जब सर्द हवाएं मेरे तन मन को,
तो ना जाने क्यूँ एहसास तुम्हारा होता है।


Chhootee hai jab sard havaen mere tan man ko,
To na jaane kyoon ehasaas tumhaara hota hai.