गुलशन की बहारों पे सर-ए-शाम लिखा है

गुलशन की बहारों पे सर-ए-शाम लिखा है

गुलशन की बहारों पे सर-ए-शाम लिखा है,
फिर उस ने किताबों पे मेरा नाम लिखा है,
ये दर्द इसी तरह मेरी दुनिया में रहेगा,
कुछ सोच के उस ने मेरा अंजाम लिखा है।


Gulshan Ki Baharon Pe Sar-e-Shaam Likha Hai,
Phir Uss Ne Kitabon Pe Mera Naam Likha Hai,
Yeh Dard Isee Tarah Meri Duniya Mein Rahega,
Kuchh Soch Ke Uss Ne Mera Anjaam Likha Hai.