गुनाह इश्क़ अगर है तो ग़म नहीं

गुनाह इश्क़ अगर है तो ग़म नहीं

गुनाह इश्क़ अगर है तो ग़म नहीं,
वो आदमी ही क्या जो एक भी ख़ता न करे।


Gunaah ishq agar hai to gam nahin,
Vo aadamee hee kya jo ek bhee khata na kare.