गिन लेती है दिन बगैर मेरे गुजारें हैं कितने

गिन लेती है दिन बगैर मेरे गुजारें हैं कितने

गिन लेती है दिन बगैर मेरे गुजारें हैं कितने

गिन लेती है दिन बगैर मेरे गुजारें हैं कितने
भला कैसे कह दूं कि माँ अनपढ़ है मेरी..!!


gin letee hai din bagair mere gujaaren hain kitane bhala kaise kah doon ki maan anapadh hai meree..!!