ग़म मिलते हैं तो और निखरती है शायरी

ग़म मिलते हैं तो और निखरती है शायरी

ग़म मिलते हैं तो और निखरती है शायरी...
ये बात है तो सारे ज़माने का शुक्रिया...!!


Gam milate hain to aur nikharatee hai shaayaree...
Ye baat hai to saare zamaane ka shukriya...!!