गर्दिश-ए-दौरां, ज़माने की नज़र, आँखों की नींद Admin / Dec 14, 2021 गर्दिश-ए-दौरां, ज़माने की नज़र, आँखों की नींद गर्दिश-ए-दौरां, ज़माने की नज़र, आँखों की नींद, कितने दुश्मन इक रस्म-ए-मोहब्बत से हो गये। Gardish-e-Dauraan, Zamane Ki Najar, Aankhon Ki Neend, Kitne Dushman Ek Rasm-e-Mohabbat Se Ho Gaye. Shayari Ras Shayari Sad Shayari